आयुर्वेदिक टेस्टोस्टेरॉन बूस्टर। जानिए कैसे 40 के बाद भी आप अपने टेस्टास्टरोन हॉर्मोन बड़ा के अपनी सेक्स लाइफ, मसल्स ग्रोथ को बड़ा सकते है.
आयुर्वेदिक ओर नैच्रल टेससटोस्टेरोने बूस्टर क्या है: जैसे जैसे आप की उम्र बड़ती जाती है, वसे वसे आप के टेससटोस्टेरोने हॉर्मोन काम होने लगते हैं. मार्केट मैं बहुत सी दबाई मिलती है जो आप के टेससटोस्टेरोने को बड़ा सकती है, पर उन दवाई का साइड इफेक्ट भी होता है.
इसी ब्लाग मैं हम जाने के वो कौन कौन सी वो युर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो आप के टेससटोस्टेरोने को बूस्ट कर सकती है जिसे से आप की जीवन शैली मैं सुधार हो सकता है.
अश्वगंधा (Ashwagandha) एक उत्तम श्याली का आयुर्वेदिक टेस्टोस्टेरॉन बूस्टर है।
अश्वगंधा को आयुर्वेद मैं पुरषों के लिए बहुत लाभदायक माना गया है, आयुर्वेद मैं अश्वगंधा को सदियों से पुरषों की सेक्स और शारीरिक समस्या को दूर करने के लिए दिया जाता रहा है . अश्वगंधा लेने से तनाव और चिंता पर भी काबु पाया जा सकता है और साथ ही ये 40 से ऊपर के पुरषों मैं मसल्स ग्रोथ और सेक्स समस्या का भी निवारण कराता है.
आश्वगंधा लेने के लाभ.
1, अश्वगंधा तनाव और चिंता मैं लाभदायक- अश्वगंधा तनाव और चिंता को कम और दूर करने मैं बहुत लाभदायक होतो है।
2, अश्वगंधा शारीरिक ताकत ओर मसल्स बढ़ता है- आश्वगंधा तनाव से निपटने के साथ साथ मसल्स ग्रोथ ओर शारीरिक ताकत और सहनशक्ति को बढ़ता है.
3, अश्वगंधा सेक्स हेल्थ को ठीक कराता है- जो पुरषों 40 से ऊपर हो चुके हैं और अपनी सेक्स लाइफ ठीक से नहीं जी पा रहे, उन पुरषों मैं अश्वगंधा टेससटोस्टेरोने हॉर्मोन को बढ़ता है, ताकि वो पुरष अपनी सेक्स लाइफ लंबे समय तक इन्जॉय कर सके.
4, आश्वगंधा मानसिक हेल्थ को बेहतर कराता है. अश्वगंधा एकाग्रता और मानसिक क्षमताओं को बढ़ता है, ताकि आप अपने जीवन मैं हर काम मैं कॉन्सेंटराटे के सात कर सके।
5, अश्वगंधा टेस्टीसटेरोने हॉर्मोन को इम्प्रूव करता है- अश्वगंधा उन पुरशों की हेल्प करता है जो पुरष 40 से ऊपर हो चुके हैं और उन की सेक्स हॉर्मोन मैं कमी आ चुकी है, उन पुरषों मैं टेस्टीसटेरोने की मात्रा बढ़ने मैं मदत कराता है, टेस्टीसटेरोने की मात्रा शरीर मैं उताम मात्र मैं होती है तब मसल्स ग्रोथ भी होती है एक्सरसाइज करने के सात सात।
अश्वगंधा का उपयोग कैसे करें.
अश्वगंधा एक टेस्टीसटेरोने हॉर्मोन है, जो की कपसूल ओर पाउडर के रूप मैं मिलती है. रात को सोने से पहले 1 चमक गरम दुध या गरम पानी के साथ लेने से अश्वगंधा बहुत लाभदायक होता है।
अश्वगंधा कोन नहीं खा सकता:
. लुपस या Rheumatoid Arthritis जैसी बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को अश्वगंधा लेने से पहेले डॉक्टर से सलाह ओर जानकारी लेनी चाहिए.
. थाइरॉइड से प्रभावित लोगों को अश्वगंधा लेने से पहेले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिये.
कोंच के बीज़ ( Mucuna Pruriens) एक उत्तम श्याली का आयुर्वेदिक टेस्टोस्टेरॉन बूस्टर है।
कोंच के बीज़ ( Mucuna Pruriens) को Velvet beans भी कहा जाता है. यह 40 से ऊपर के पुरषों मैं टेस्टीसटेरोने हॉर्मोन करने मैं बहुत उपयोगी माना जाता है. यह एक तरह की बीन्स के बीज़ होते है, जिन को पीस कर पाउडर के रूप मैं उपयोग मैं लाया जाता है.
कोंच के बीज़ के फायदे.
. तनाव ओर चिंता को कम करते हैं- कोंच के बीज़ मैं L-DOPA होता है, जो मूड को सुधरता है और चिंता ओर तनाव को काम करने मैं सहायता कराता है।
. सेक्स इच्छा को बढ़ाता है- कोंच के बीज़ पुरुष शुक्राणु की संख्या और गुणवत्ता को बढ़ता, पुरषों मैं प्रजनन की क्षमता को बड़ाता है।
. मसल्स ग्रोथ मैं सहायक. कोंच के बीज़ Muscles ग्रोथ और सेक्स लाइफ को इम्प्रूव करने सहयता कराता है.
. टेस्टीसटेरोने हॉर्मोन बूस्ट कराता है. कोंच के बीज़ टेस्टीसटेरोने हॉर्मोन के उत्पादन की क्षमता को बढ़ाता है.
कोंच के बीज़ का प्रयोग कैसे करें.
कोंच के बीज़ एक आयुर्वेदिक नैच्रल natural टेस्टीसटेरोने हॉर्मोन बूस्टर है ओर ये कपसूल और पाउडर फॉर्म मैं पाया जाता है। कोंच के बीज का प्रयोग दूध, पानी या जूस मैं मिला कर सुबह या शाम को किया जाता है.
कोंच के बीज़ कोन नहीं लेना चाहिए:
. गर्भवती और स्तनपान करने वाली महिलाओं को कोंच के बीज़ का सेवन नहीं करना चाहिए.
. मेंटल हेल्थ के मरीजों को कोंच के बीज़ का सेवन नहीं करना चाहिए.
. Liver के रोगी कोंच के बीज़ का सेवन नहीं करे और अगर करनी भी है तो डॉक्टर की सलाह के साथ करे.
सफेद मूसली: (Chlorophytum Borivianum) एक उत्तम श्याली का आयुर्वेदिक टेस्टोस्टेरॉन बूस्टर है।
सफेद मूसली (Chlorophytum Borivianum) एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी होती हैं जो टेस्टीसटेरोने हॉर्मोन के उत्पादन को बढ़ाती है.
सफेद मूसली लेने के लाभ.
- सहनशक्ति बढ़ता है. सफेद मूसली stamina सहनशक्ति बढ़ता हैं.
- सेक्स हॉर्मोन मैं सुधार. सफेद मूसली सेक्स हॉर्मोन को बढ़ता है.
- Testosterone स्तर को बढ़ाता है. सफेद मसली पुरषों के हार्मोन Testosterone के लेवल को बढ़ता है.
- सूजन को काम कराता है. सफेद मूसली किसी भी तरह की सूजन को काम करने मैं सहायता करता है.
सफेद मूसली को कैसे इस्तेमाल करे.
सफेद मूसली पाउडर और Capsules रूप मैं उपलब्ध होती है. पाउड को दुध मैं मिला कर और Capsules को दुध के साथ रात को सोने से पहले ले.
कौन कौन सफेद मूसली का उपयोग ना करे.
- हॉर्मोन असंतुलन- जिस किसी को हॉर्मोन असंतुलन की समस्या हो वो सफेद मूसली का उपयोग करने से पहेले डॉक्टर की सलाह जरूर ले.
- गर्भवती और स्तनपान वाली महिलाओं. सफेद मूसली का उपयोग गर्भवती और स्तनपान वाली महिलाओं को नहीं करना चाहिए.
शतावरी (Asparagus Racemosus) एक उत्तम श्याली का आयुर्वेदिक टेस्टोस्टेरॉन बूस्टर है।
शतावरी क्या है. शतावरी (Asparagus Racemosus) एक बहुत पुरानी आयुर्वेदिक पौधा है जो 40 से ऊपर के पुरषों मैं Testosterone का स्तर बढ़ाने और संपूर्ण स्वास्थ्य को अच्छा करने मैं सहायता कराता है.
शतावरी लेने के लाभ.
- तनाव और चिंता- शतावरी एक एस्ट्रोजन है जो तनाव और चिंता को काम करने मैं सहायता कराता है.
- पाचन मैं सुधार- शतावरी पाचन तंत्र को ठीक करने मैं और अल्सर से होने वाले नुकसान से बचने मैं सहायता कराता है.
- इम्यून प्रणाली को मजबूत कराता है. शतावरी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ता है.
- सेक्स समस्या. शतावरी सेक्स से जुड़ी समस्याओं मैं सुधार कराता है . Testosterone बढ़ता है. शतावरी Testosterone को बूस्ट कर्ता है जिस से, पुरषों की muscles ग्रोथ और सेक्स समस्या ठीक होती है
शतावरी को कैसे इस्तेमाल करे.
शतावरी पाउडर और Capsules रूप मैं उपलब्ध होती है. पाउड को दुध मैं मिला कर और Capsules को दुध के साथ रात को सोने से पहले ले.
कौन कौन शतावरी का उपयोग ना करे.
- गुर्दे की समस्या जिस किसी को गुर्दे से जुड़ी समस्या हो वो शतावरी का उपयोग करने से पहेले डॉक्टर की सलाह जरूर ले.
- गर्भवती और स्तनपान वाली महिलाओं. सफेद मूसली का उपयोग गर्भवती और स्तनपान वाली महिलाओं को नहीं करना चाहिए.
गोक्षुरा Gokshura आयुर्वेदिक टेस्टोस्टेरॉन बूस्टर के रूप मैं जाना जाता है.
क्या है गोक्षुरा Gokshura (Tribulus Terrestris) गोक्षुरा एक आयुर्वेदिक herbs है जो Testosterone को बूस्ट और शारीरिक ताकत को बढ़ता है.
गोक्षुरा Gokshura लेने के लाभ.
- सेक्स समस्या मैं सुधार. Gokshura यौन इच्छा और सेक्स हॉर्मोन को बढ़ता है.
- Testosterone को बढ़ता है. Gokshura Testosterone को प्राकृतिक रूप से बूस्टर करता है, जिस से muscles ग्रोथ जीवन शैली मैं सुधार होता है.
- Liver को healthy बनता है. Gokshura मूत्र प्रणाली और गतिविधियों को आसान बनता है और liver healthy बनता है.
गोक्षुरा को कैसे इस्तेमाल करे.
गोक्षुरा पाउडर और Capsules रूप मैं उपलब्ध होती है. पाउड को दुध मैं मिला कर और Capsules को दुध के साथ रात को सोने से पहले ले.
कौन गोक्षुरा Gokshura का सेवन नहीं करे.
- गर्भवती और स्तनपान वाली महिलाओं. सफेद मूसली का उपयोग गर्भवती और स्तनपान वाली महिलाओं को नहीं करना चाहिए
- Prostrate संबंधित मरीजों को Gokshura बिना डॉक्टर के परामर्श के नहीं ले.
- हॉर्मोन असंतुलन- जिस किसी को भी हॉर्मोन असंतुलन है, वो व्यक्ति बिना डॉक्टर की सलाह के इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
निश्कर्ष. अश्वगंधा, कोंच के बीज़, सफेद मूसली, शतावरी, गोक्षुरा। आयुर्वेदिक टेस्टोस्टेरॉन बूस्टर है।
40 के बाद Testosterone काम होने लगता है, Testosterone के स्तर बड़ने से कई प्रकार से स्वास्थ्य, यौन और शारीरिक प्रदर्शन मैं सहायता मिलती है.
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी जैसे कि अश्वगंधा, कोंच के बीज़, सफेद मुस्ली, शतावरी और गोक्षुराको अपनी दिनचर्या मैं शामिल करने से 40 के ऊपर के पुरषों मैं muscles ग्रोथ, सेक्स ताकत शारीरिक ताकत और तनाव चिंता मैं बहुत लाभदायक होता है.
अगर आप यह पांचों जड़ी-बूटी को एक समान मात्रा मैं मिला कर रोज रात मैं एक चमक गरम दुध के साथ लेते हैं, तो आप की जीवन हर प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं मैं सुधार हो सकता है.